🌍 भौतिक भूगोल (Physical Geography)
भौतिक भूगोल का विकास पाश्चात्य देशों में
✨ भौतिक भूगोल का विकास
- इसका सबसे पहला उल्लेख दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व में इरेटोस्थनीज (Eratosthenes) के चित्रक (Map) में मिलता है।
- इरेटोस्थनीज को "भूगोल का जनक / पिता (Father of Geography)" भी कहा जाता है।
- पृथ्वी का सबसे प्राचीन वर्णन ग्रीक चिंतकों की रचनाओं में मिलता है।
- 🔑 Important Terms:
📌 2. भौगोलिक परिभाषा
"भूगोल में पृथ्वी की सतह पर पाए जाने वाले स्थानिक (spatial) और सामयिक (temporal) भिन्नताओं का अध्ययन किया जाता है।"
भौगोलिक भिन्नता, स्थानिक, सामयिक, पृथ्वी की सतह, अध्ययन
🔑 Important Terms:
📚 3. भौतिक भूगोल की परिभाषा
"भौतिक भूगोल में सम्पूर्ण प्राकृतिक परिवेश, स्थिति, और समय का सैद्धांतिक और अनुप्रयुक्त (applied) अध्ययन किया जाता है। इसमें विभिन्न तत्वों के बीच तुलनात्मक संबंध और विरोधाभास को भी समझा जाता है।"
भौतिक भूगोल, प्राकृतिक परिवेश, अनुप्रयुक्त, तुलनात्मक संबंध, विरोधाभास
यह अध्ययन क्रमबद्ध उपागम (systematic approach) के अनुसार किया जाता है।
🗺️ 4. भौतिक भूगोल का मुख्य विभाजन
① भू-आकृति विज्ञान (Geomorphology)
पृथ्वी पर होने वाले सभी भौगोलिक परिवर्तन, संरचनाएँ और उनकी निर्माण प्रक्रियाओं का अध्ययन।
- 🔑 Keywords: Geomorphology, निर्माण प्रक्रिया, परिवर्तन, क्रमबद्ध उपागम
ये संरचनाएँ पृथ्वी के प्रारंभिक काल और बड़े आंतरिक परिवर्तनों से बनती हैं।
🧱 उदाहरण:
🔹 संरचनाओं के प्रकार
📌 प्रथम क्रम की संरचनाएँ (Primary Structures)
- 🌄 उदाहरण:
- ये प्रथम क्रम की संरचनाओं में बाहरी या आंतरिक क्रियाओं से बनती हैं।
- महाद्वीप
- टेक्टोनिक प्लेट्स
- महासागरीय बेसिन्स
📌 द्वितीय क्रम की संरचनाएँ (Secondary Structures)
- 🔸 उदाहरण:
- (Refined, Explained & Visual Format)
- पर्वत
- पठार
- मैदान
🔑 Important Terms:
🌏 भौतिक व मानव भूगोल: संश्लेषण व सिद्धांत
🔸 जलवायु विज्ञान = भौतिक भूगोल की एक प्रमुख उपशाखा
🔑 Keywords:
🧱 1. तृतीय क्रम की संरचनाएँ (Tertiary Landforms)
तृतीय क्रम की संरचनाएँ वे हैं जो प्रथम और द्वितीय क्रम की संरचनाओं से छोटी होती हैं, और इनका निर्माण अंतर्जात (internal) व बहिर्जात (external) शक्तियों के मिश्रण से होता है।
🔑 Important Terms:
- घाटियाँ
- झीलें
- नदियाँ
- छोटे पठार
- हिमानी स्थलाकृतियाँ (glacial landforms)
tṛtīya kram, अंतर्जात बल, बहिर्जात बल, घाटियाँ, हिमानी स्थल
कांट की गैसीय परिकल्पना
🌦️ 2. जलवायु विज्ञान (Climatology)
यह शाखा पृथ्वी के वातावरण, तापमान, वर्षा, पवन, और उनके भौगोलिक प्रभावों का अध्ययन करती है।
लाप्लास की निहारिका परिकल्पना
(Corrected, Structured & Visual Notes)
📆 समय: ~ 13.8 अरब वर्ष पूर्व
🌊 3. सामुद्रिकी (Oceanography)
इसमें सागरों व महासागरों की भौगोलिक विशेषताओं, जल प्रवाह, ज्वार-भाटा, और समुद्री पारिस्थितिकी का अध्ययन किया जाता है।
🔸 ये भी भौतिक भूगोल की ही उपशाखा है।
🧍♂️🌱 4. मानव भूगोल की परिभाषा
मानव भूगोल वह शाखा है जिसमें मानव और उसके पर्यावरण के बदलते संबंधों और उनके अनुभवों का अध्ययन किया जाता है।
👨🏫 रैटजेल को "मानव भूगोल का जनक" कहा जाता है।
🔑 Keywords:
मानव भूगोल
, रैटजेल
, पर्यावरण
, अनुकूलन
, समायोजन
, संशोधन
🧠 5. मानव भूगोल के 3 सिद्धांत (Theories of Human Geography)
① संभाव्यवाद (Possibilism)
मानव पर्यावरण में इच्छा अनुसार परिवर्तन करने में सक्षम है।
🔹 वह अपनी आवश्यकता अनुसार संसाधनों का चुनाव कर सकता है।
📌 Example: रेगिस्तान में खेती (ड्रिप इरिगेशन से)
② निश्चयवाद (Determinism)
मनुष्य के सभी कार्य, पर्यावरण द्वारा नियंत्रित माने जाते हैं।
🔹 मानव को केवल प्रकृति का एक अंग माना गया है।
📌 Example: पहाड़ी क्षेत्रों में कम जनसंख्या
③ नव-निश्चयवाद (Neo-determinism)
प्रतिपादक: ग्रिफिथ टेलर
सिद्धांत: “प्रकृति एक ट्रैफिक सिग्नल की तरह है।”
🔹 मनुष्य को कुछ हद तक स्वतंत्रता है, लेकिन सीमा प्रकृति तय करती है।
📌 Example:
🚦 Red = रोक,
🟡 Yellow = सावधानी,
🟢 Green = स्वीकृति
🌏 भौतिक व मानव भूगोल: संश्लेषण व सिद्धांत
(Refined, Explained & Visual Format)
🧱 1. तृतीय क्रम की संरचनाएँ (Tertiary Landforms)
तृतीय क्रम की संरचनाएँ वे हैं जो प्रथम और द्वितीय क्रम की संरचनाओं से छोटी होती हैं, और इनका निर्माण अंतर्जात (internal) व बहिर्जात (external) शक्तियों के मिश्रण से होता है।
🔸 उदाहरण:
- घाटियाँ
- झीलें
- नदियाँ
- छोटे पठार
- हिमानी स्थलाकृतियाँ (glacial landforms)
Climatology, वायुमंडल, तापमान, पवन, वर्षा, जलचक्र
tṛtīya kram
, अंतर्जात बल
, बहिर्जात बल
, घाटियाँ
, हिमानी स्थल
🌦️ 2. जलवायु विज्ञान (Climatology)
यह शाखा पृथ्वी के वातावरण, तापमान, वर्षा, पवन, और उनके भौगोलिक प्रभावों का अध्ययन करती है।
🔸 जलवायु विज्ञान = भौतिक भूगोल की एक प्रमुख उपशाखा
🔑 Keywords:
Climatology
, वायुमंडल
, तापमान
, पवन
, वर्षा
, जलचक्र
🌊 3. सामुद्रिकी (Oceanography)
इसमें सागरों व महासागरों की भौगोलिक विशेषताओं, जल प्रवाह, ज्वार-भाटा, और समुद्री पारिस्थितिकी का अध्ययन किया जाता है।
🔸 ये भी भौतिक भूगोल की ही उपशाखा है।
🧍♂️🌱 4. मानव भूगोल की परिभाषा
मानव भूगोल वह शाखा है जिसमें मानव और उसके पर्यावरण के बदलते संबंधों और उनके अनुभवों का अध्ययन किया जाता है।
👨🏫 रैटजेल को "मानव भूगोल का जनक" कहा जाता है।
🔑 Keywords:
मानव भूगोल
, रैटजेल
, पर्यावरण
, अनुकूलन
, समायोजन
, संशोधन
🧠 5. मानव भूगोल के 3 सिद्धांत (Theories of Human Geography)
① संभाव्यवाद (Possibilism)
मानव पर्यावरण में इच्छा अनुसार परिवर्तन करने में सक्षम है।
🔹 वह अपनी आवश्यकता अनुसार संसाधनों का चुनाव कर सकता है।
📌 Example: रेगिस्तान में खेती (ड्रिप इरिगेशन से)
② निश्चयवाद (Determinism)
मनुष्य के सभी कार्य, पर्यावरण द्वारा नियंत्रित माने जाते हैं।
🔹 मानव को केवल प्रकृति का एक अंग माना गया है।
📌 Example: पहाड़ी क्षेत्रों में कम जनसंख्या
③ नव-निश्चयवाद (Neo-determinism)
प्रतिपादक: ग्रिफिथ टेलर
सिद्धांत: “प्रकृति एक ट्रैफिक सिग्नल की तरह है।”
🔹 मनुष्य को कुछ हद तक स्वतंत्रता है, लेकिन सीमा प्रकृति तय करती है।
📌 Example:
🚦 Red = रोक,
🟡 Yellow = सावधानी,
🟢 Green = स्वीकृति
Human ⇆ Environment
↳ Determinism = Nature > Human
↳ Possibilism = Human > Nature
↳ Neo = Balanced / Signal System
🌍 मानव भूगोल की शाखाएँ + पृथ्वी की उत्पत्ति और संरचना
(Organized, Explained, Color-coded Format)
🧍♂️🌐 I. मानव भूगोल की प्रमुख शाखाएँ
मानव भूगोल में मानव और पर्यावरण के बीच संबंधों का अध्ययन किया जाता है। इसकी कई शाखाएँ होती हैं:
①सांस्कृतिक व सामाजिक भूगोलपरंपराएं, भाषा, धर्म, रीति-रिवाज़ आदि
②आर्थिक भूगोलउत्पादन, व्यापार, उद्योग, संसाधन
③अधिवास भूगोलबस्तियाँ, आवास पैटर्न, निर्माण शैली
④जनसंख्या भूगोलजनसंख्या घनत्व, वृद्धि, प्रवासन आदि
⑤राजनीतिक भूगोलसीमाएं, राष्ट्र, अंतर्राष्ट्रीय संबंध
🔑 Important Terms: सांस्कृतिक भूगोल
, अधिवास
, राजनीतिक सीमाएं
, जनसंख्या
, उद्योग
🌌 II. पृथ्वी की उत्पत्ति और आंतरिक संरचना
🧪 1. प्रारम्भिक परिकल्पनाएँ (Early Theories)
🌀 ① एकाकी परिकल्पनाएँ (Monistic Theories)
यह मानती हैं कि पृथ्वी व अन्य ग्रहों की उत्पत्ति एक ही नीहारिका (Nebula) से हुई।
🧪 मुख्य सिद्धांत:
- 🔑 Terms: Big Bang, Expanding Universe, लेमैत्रे, हबल
- 📆 पृथ्वी की आयु = 4.5 अरब वर्ष (4.5 billion years)
🧠 Trick: “एकाकी = एक स्रोत = गैस / निहारिका”
🌠 ② द्वैतारक परिकल्पनाएँ (Dual Star Theory)
यह मानती हैं कि एक आद्य तारे (Primary Star) से, एक अन्य तारे के गुरुत्व बल से पदार्थ बाहर निकला और उससे ग्रह बने।
🧠 Trick: “दो तारे = द्वैतारक”
💥 ③ बिग बैंग सिद्धांत (Big Bang Theory)
इस सिद्धांत के अनुसार पूरा ब्रह्मांड एक अत्यंत गर्म व घने बिंदु से विस्फोट (expansion) होकर फैला।
📌 प्रमुख व्यक्ति:
- जॉर्ज लेमैत्रे (प्रस्तावक)
- एडविन हबल (प्रमाण)
📏 औसत मोटाई:
🌍 III. पृथ्वी का निर्माण (Formation of Earth)
पृथ्वी का निर्माण Big Bang के बाद पदार्थ के एकत्रण व संकुचन से हुआ।
📌 प्रक्रिया:
- ग्रहाणुओं का संकुचन → ताप में वृद्धि
- पदार्थ का पिघलना (melting)
- घनत्व के अनुसार पृथ्वी का विभेदन (Differentiation):
- भारी तत्व (जैसे लोहा, निकेल) → केंद्र में
- हल्के तत्व (जैसे सिलिका, एलुमिनियम) → ऊपरी परतों में
🌍 पृथ्वी की आंतरिक संरचना (Internal Structure of Earth)
🧱 1. भूपर्पटी (Crust)
यह पृथ्वी की सबसे बाहरी परत है। इसका विकास गर्म लावा के धीरे-धीरे ठंडा होने से हुआ है।
- 30–70 किमी (सामान्य)
- अधिकतम: महाद्वीपीय भागों में ~100 किमी
- न्यूनतम: महासागरीय भागों में ~5 किमी
🧩 भूपर्पटी के दो भाग:
(i) महाद्वीपीय भूपर्पटी~100 किमी तकमहाद्वीप, स्थल भाग
(ii) महासागरीय भूपर्पटी~5–10 किमीमहासागर की सतह के नीचे
🧪 2. भूपर्पटी की संरचना (Composition of Crust)
🔬 मुख्य तत्व और उनका अनुपात:
①ऑक्सीजन (O₂)~46%
②सिलिका (SiO₂)~27%
③ऐल्युमीनियम (Al)~8%
④लोहा (Fe)~5–5.1%
🔑 Keywords: Crust
, Oxygen
, Silica
, Iron
, Aluminium
🌡️ 3. तापमान और गहराई का संबंध (Geothermal Gradient)
जैसे-जैसे हम गहराई में नीचे जाते हैं, तापमान बढ़ता जाता है।
📐 अनुमानित तापमान वृद्धि दर:
- हर 32 मीटर गहराई → 1°C तापमान बढ़ता है
- भूपर्पटी की सीमा पर तापमान लगभग 500°C हो सकता है
📊 भूपर्पटी का योगदान (Earth's Volume & Mass)
🔍 घटक📦 प्रतिशत (%)पृथ्वी के आयतन में~40%पृथ्वी के द्रव्यमान मेंकेवल ~2%
🔸 यानी, भूपर्पटी हल्की और कम घनी है।
🌍 पृथ्वी की आंतरिक संरचना — Part 2
(Mentle, Core, Asthenosphere Explained Visually)
🧊 1. दुर्बल मंडल (Asthenosphere)
यह मेंटल (Mantle) का ऊपरी, कमजोर, अर्ध-द्रवित भाग है। प्लेट विवर्तनिकी का यही आधार है।
📌 विशेषताएँ:
- गहराई: 100–200 किमी
- पदार्थ: अर्ध-पिघला हुआ (semi-molten)
- इस पर भूपर्पटी की टेकटोनिक प्लेट्स फिसलती हैं → यही कहलाता है प्लेट विवर्तनिकी (Plate Tectonics)
🔑 Keywords: दुर्बल मंडल
, Asthenosphere
, Plate Tectonics
, अर्ध-द्रवित
🌋 2. मेंटल / प्रवार (Mantle)
यह भूपर्पटी के नीचे की परत है, और पृथ्वी के कुल आयतन का 80% और द्रव्यमान का ~67% बनाती है।
📌 मुख्य बिंदु:
- गहराई: ~100 किमी से ~2900 किमी तक
- घनत्व: औसतन 5.5 g/cm³
- तापमान: ऊपरी भाग में ~500°C से नीचे ~5000°C तक
- पदार्थ: Mostly ठोस, परंतु नीचे की ओर आंशिक रूप से द्रवित
🔄 संवहनीय धाराएँ (Convection currents):
मेंटल में ऊष्मा के कारण पदार्थ ऊपर-नीचे घूमता है, जिससे प्लेट्स हिलती हैं।
🔑 Keywords: मेंटल
, संवहनीय धाराएँ
, Convection
, द्रव्यमान
, घनत्व
🔥 3. बाह्य कोर (Outer Core)
यह मेंटल के नीचे स्थित है और पूर्णतः द्रव अवस्था में होता है।
📌 विशेषताएँ:
- गहराई: ~2900 किमी से ~5100 किमी तक
- तापमान: ~4000°C से ~6000°C तक
- अवस्था: द्रव (Liquid)
- प्रभाव: यहाँ Geodynamo Effect से पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic Field) बनता है।
🔑 Keywords: Outer Core
, Geodynamo
, Magnetic Field
, द्रव अवस्था
🧲 4. आंतरिक कोर (Inner Core)
यह पृथ्वी का सबसे अंदरूनी हिस्सा है — अत्यधिक घना और ठोस।
📌 विशेषताएँ:
- गहराई: ~5100 किमी से 6378 किमी (पृथ्वी की गहराई तक)
- घनत्व: ~11–13 g/cm³
- तापमान: ~6000°C तक
- संघटन:
- 80% लोहा (Iron)
- 6% निकिल (Nickel)
- अन्य भारी तत्व
🔑 Keywords: Inner Core
, घनत्व
, Iron
, Nickel
, ठोस
🌍 पृथ्वी का आयुक्रम (Geological Time Scale)
(समय, कल्प, विशेषताएँ, ट्रिक सहित)
📘 परिभाषा:
पृथ्वी के आयुक्रम का विभाजन पृथ्वी पर होने वाली घटनाओं, निर्माण प्रक्रियाओं, परतों, और संरचनात्मक परिवर्तनों के आधार पर किया गया है। इसे भूवैज्ञानिक समयमान (Geological Time Scale) कहते हैं।
⏳ मुख्य दो महाकल्प (Eons)
महाकल्प (Eon)कालावधि (लगभग)मुख्य घटनाएँ1. प्रीकैम्ब्रियन~4500–550 मिलियन वर्ष पूर्व (Mya)प्रारंभिक पृथ्वी, जीवन की शुरुआत2. फैनरोज़ोइक~550 Mya से वर्तमान तकविविध जीवों का विकास, मानव का प्रकट होना
🔬 प्रीकैम्ब्रियन महाकल्प के कालखंड (Subdivisions)
🪨 1. हैडियन कल्प (Hadean Era)
🕰️: ~4500–4000 Mya
📌 प्रमुख घटनाएँ:
- पृथ्वी की बाहरी परत का शीतलन
- भूपर्पटी का निर्माण 🌍
- चंद्रमा का निर्माण (ग्रह के टकराव से निकले पदार्थ से 🌙)
- प्रारंभिक वायुमंडल — ज्वालामुखी से गैसें निकलीं 🌋
- महासागरों का निर्माण — जलवाष्प से वर्षा 🌧️
- गुरुत्वाकर्षण बल का विकास
🎯 Trick: “Hadean = Hell-like = गरम, धधकती पृथ्वी 🔥”
🧱 2. आर्कियन कल्प (Archean Era)
🕰️: ~4000–2500 Mya
📌 प्रमुख घटनाएँ:
- प्राचीन महाद्वीपों का निर्माण (जैसे अरावली पर्वत श्रृंखला)
- प्रारंभिक पर्वतमालाओं का निर्माण
- समुद्री जीवन की शुरुआत – सबसे पहले बैैक्टीरिया और शैवाल का विकास 🌊🦠
🔑 Keywords: Archean
, Aravalli
, Bacteria
🧬 3. प्रोटेरोज़ोइक कल्प (Proterozoic Era)
🕰️: ~2500–550 Mya
📌 घटनाएँ:
- ऑक्सीजन वातावरण में फैलने लगा (Oxygen Revolution)
- बहुकोशीय जीवों (Multicellular Life) की शुरुआत
- पहला यौन जनन (Sexual Reproduction)
🐾 फैनरोज़ोइक महाकल्प (Phanerozoic Eon)
🕰️: 550 Mya – वर्तमान तक
📌 इसमें जीवन बहुत विविध और जटिल हुआ। इसको तीन कल्पों में बाँटा गया है:
कल्प (Era)प्रमुख घटनाएँ
1. पैलियोज़ोइकमछलियों, कीड़ों, पौधों का विकास 🐟🌿
2. मेसोज़ोइकडायनासोरों का युग 🦖, पहले पक्षी 🐦
3. सिनोज़ोइकस्तनधारी, मानव का विकास 🐘🧑
|<--- Hadean --->|<--- Archean --->|<--- Proterozoic --->|<--- Phanerozoic --->|
| Hell Earth | Aravalli | Oxygen + Life | Dinosaurs, Humans |
| (4500 Mya) | (4000 Mya) | (2500 Mya) | (550 Mya - Present) |
🪐 पृथ्वी का आयुक्रम – भाग 2 (Phanerozoic Era Details)
(550 MYA – वर्तमान तक का भूगर्भीय काल)
⏳ 1. प्रोटेरोज़ोइक कल्प (Proterozoic Era)
📅 कालावधि: 2500 – 550 मिलियन वर्ष पूर्व (MYA)
📌 मुख्य घटनाएँ:
- 🌊 बहुकोशिकीय जीवन का विकास सागरों में
- 🌍 नए भूखण्ड (landmasses) का निर्माण
- 🇮🇳 भारतीय भूखंड का निर्माण — विभिन्न टुकड़ों के जुड़ने से
🔑 Keywords: Multicellular Life
, Indian landmass formation
, Proterozoic
🐚 2. पैलियोज़ोइक कल्प (Paleozoic Era)
📅 कालावधि: 550 – 250 MYA
📌 मुख्य घटनाएँ:
- 🌊 समुद्र में अकशेरुकी जीव जैसे प्रवाल (Corals), ब्रायोज़ोआ, ट्रायलोबाइट आदि का विकास
- 🐾 जीव सागर से स्थल पर आने लगे
- 🌳 बड़े वृक्षों का विकास — पहली बार स्थलीय वनस्पति
- 🌍 सभी भूखंड मिलकर पैंजिया (Pangaea) सुपर महाद्वीप बने
- 🌊 महासागर का नाम: पैंथालासा (Panthalassa)
🔑 Keywords: Pangaea
, Panthalassa
, Land Plants
, Invertebrates
🎯 Trick: Paleo → "Plants & Pangaea"
🦖 3. मेसोज़ोइक कल्प (Mesozoic Era)
📅 कालावधि: 250 – 66 MYA
📌 मुख्य घटनाएँ:
- 🦖 डायनासोर का विकास और विलुप्ति
- 🌍 पैंजिया का विघटन — अलग-अलग महाद्वीप बनने लगे
- 🌋 क्रिटेशियस काल में भारत में लावा बहाव →
- दक्कन ट्रैप (Deccan Trap)
- मालवा पठार का निर्माण
🔑 Keywords: Dinosaurs
, Pangaea Break
, Deccan Trap
, Mesozoic
🎯 Trick: Meso = “Massive Monsters (Dinosaurs)” + “Major Breaking of Continents”
🧬 4. सिनोज़ोइक कल्प (Cenozoic Era)
📅 कालावधि: 66 MYA – वर्तमान
📌 प्रमुख घटनाएँ:
- 🏔️ टेक्टोनिक टकराव → हिमालय जैसी नवीन वलित पर्वतमालाओं का निर्माण
- 🌧️ भारत में मानसूनी जलवायु की उत्पत्ति
- 🐘 स्तनधारी जीवों का विकास → हाथी, घोड़े, इंसान
- 🧠 होमो सेपियन्स (Modern Human) का विकास
🔑 Keywords: Cenozoic
, Himalayas
, Monsoon
, Mammals
, Humans
🎯 Trick: Ceno = “Current Era = Climate + Creatures + Civilization”
🌍 भूआकृति विज्ञान के मूल सिद्धांत (Fundamental Theories of Geomorphology)
🔹 1. महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत
(Continental Drift Theory - Alfred Wegener)
📅 वर्ष: 1912
🧠 प्रस्तावक: अल्फ्रेड वेगनर
📌 सिद्धांत:
- सभी महाद्वीप कभी एक साथ जुड़े हुए थे → एक महाद्वीप: पैंजिया (Pangaea)
- समय के साथ वे अलग होकर वर्तमान स्थिति में आए
📖 प्रमाण:
- जीवाश्मीय साक्ष्य: एक जैसे जीवाश्म अलग-अलग महाद्वीपों पर पाए जाते हैं (जैसे Glossopteris, Mesosaurus)
- चट्टानी संरचनाएं
- आयुक्रम का साम्य
- महाद्वीपों की आकृति (जैसे दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका का मिलना)
🎯 Trick: "Veggies Drifted on Pangaea!"
🔹 2. संवहनीय धारा सिद्धांत
(Convection Current Theory – Arthur Holmes / Edward Suess)
📌 सिद्धांत:
- पृथ्वी के आंतरिक भाग (मैटल) में तापीय अंतर के कारण संवहनीय धाराएँ (Convection currents) बनती हैं
- ये धाराएँ भूपर्पटी को धकेलती या खींचती हैं, जिससे प्लेटें गति करती हैं
🔑 Keyword: Thermal Difference
, Mantle
, Convection
🌀 ये धारा ही प्लेटों की गति और टकराव का कारण बनती हैं
🔹 3. प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत
(Plate Tectonics Theory – McKenzie & Parker, 1967)
📌 सिद्धांत:
- पृथ्वी की बाहरी परत (Lithosphere) 7 प्रमुख और कई लघु प्लेटों में बँटी है
- ये प्लेटें नीचे की परत — दुर्बल मंडल (Asthenosphere) पर तैरती हैं
- प्लेटें 3 प्रकार से क्रिया करती हैं:
प्रकारक्रियापरिणामअपसरण (Divergent)दूर जानाभ्रंश घाटी, समुद्री पर्वतअभिसरण (Convergent)टकरानापर्वत निर्माण, भूकंप, ज्वालामुखीट्रांसफॉर्म (Transform)रगड़नाभूकंप (जैसे – San Andreas Fault)
🔹 4. भूसंचलन (Earth Movements)
भूसंचलन दो प्रकार के होते हैं:
🧭 (A) अंतर्जातीय भूसंचलन (Endogenic processes):
- 🌋 आंतरिक बलों से उत्पन्न
- उदाहरण: ज्वालामुखी, भूकंप, पर्वत निर्माण
- ये प्रक्रिया भूपर्पटी को ऊपर उठाती या तोड़ती है
🌦 (B) बहिर्जातीय भूसंचलन (Exogenic processes):
- 🌧️ बाहरी शक्तियाँ जैसे – वर्षा, तापमान, वायु, जल आदि के कारण
- प्रक्रियाएँ:
- अपसरण (Erosion)
- अभिसरण (Deposition)
- मृदा अपरदन
- घर्षण आदि
🏔️ भ्रंश घाटी व भ्रंस्त पर्वत
📌 जब प्लेटें दूर जाती हैं (अपसरण), तो बीच का भाग धँसता है — जिसे भ्रंश घाटी (Rift Valley) कहते हैं
📌 दोनों ओर की ऊँची संरचनाएँ — भ्रंस्त पर्वत (Block Mountains)
📍उदाहरण:
- ⛰️ नर्मदा-सोन घाटी → भ्रंश घाटी
- ⛰️ सतपुड़ा-पर्वत → भ्रंस्त पर्वत
🎨 Diagram Suggestion:
diff CopyEdit -------------------- ⬆️ Block Mountain ⬇️ -------------------- ← Rift Valley → -------------------- ⬆️ Block Mountain ⬇️
📚 Important Keywords:
- 🌍 महाद्वीपीय विस्थापन – Wegener
- 🔥 संवहनीय धारा – तापीय अंतर
- 🌐 प्लेट विवर्तनिकी – Lithosphere + Asthenosphere
- ⛰️ भ्रंश घाटी – अपसरण
- 🏔️ वलित पर्वत – अभिसरण
- 🌋 अंतर्जातीय क्रिया – आंतरिक बल
- 🌊 बहिर्जातीय क्रिया – जल, वायु, तापमान
🌍 प्लेट विवर्तनिकी – अभिसरण सीमाएँ (Convergent Boundaries)
📌 1. अभिसरण सीमा (Convergent Plate Boundary)
➡️ जब दो प्लेटें एक-दूसरे की ओर गति करती हैं
➡️ इनकी टक्कर से भू-आकृतिक परिवर्तन, ज्वालामुखी, भूकंप, पर्वत बनते हैं
🔑 Keywords: Subduction
, Trench
, Volcano
, Earthquake Zone
🔄 अभिसरण के 3 प्रमुख प्रकार:
🟦 1. महासागरीय - महासागरीय (Oceanic - Oceanic)
📌 क्या होता है:
- अधिक घनत्व वाली महासागरीय प्लेट → दूसरी के नीचे निमज्जित (Subduct) हो जाती है
- 🔥 नीचे लावा निकलता है → ज्वालामुखीय द्वीप समूह बनते हैं
🗾 उदाहरण: जापान, फिलीपींस
🔑 Keywords: Island Arc
, Subduction
, Volcanic Islands
🎯 Trick: “Ocean-Ocean = Overlap = Islands”
🟩 2. महासागरीय - महाद्वीपीय (Oceanic - Continental)
📌 क्या होता है:
- भारी बेसाल्टिक महासागरीय प्लेट → हल्की सिलिका युक्त महाद्वीपीय प्लेट के नीचे चली जाती है
- इससे बनते हैं:
- वलित पर्वत (Fold Mountains)
- ज्वालामुखी पर्वत
- गहरी गर्त (Trenches)
- तीव्र भूकंप क्षेत्र
🗻 उदाहरण:
- एंडीज़ पर्वत (दक्षिण अमेरिका)
- रॉकी पर्वत (उत्तरी अमेरिका)
🔑 Keywords: Trench
, Volcanic Mountains
, Andes
, Earthquake Belt
🎯 Trick: “Ocean hits Land = Mountains + Quakes”
🟫 3. महाद्वीपीय - महाद्वीपीय (Continental - Continental)
📌 क्या होता है:
- दोनों हल्की प्लेटें टकराती हैं → न कोई प्लेट नीचे जाती है
- Instead: वलन होता है → पर्वत श्रृंखला बनती है
🏔️ उदाहरण:
- हिमालय पर्वत प्रणाली (भारत और यूरेशियन प्लेट की टक्कर)
🔑 Keywords: Fold Mountains
, No Subduction
, Himalayas
🎯 Trick: “Land vs Land = Himalayas Stand!”
🖊️ Sticky Notes Style Facts:
🌀 संवहनीय धारा + टक्कर = प्लेट विवर्तनिकी
🪨 महासागरीय प्लेट भारी (बेसाल्ट), महाद्वीपीय हल्की (सिलिका)
🌋 जहां प्लेटें टकराती हैं = ज्वालामुखी, गर्त, भूकंप ज़ोन
🌊 Trenches = Subduction का surface signature
📈 Fold Mountains = Converging Continental plates
🌍 भूआकृति विज्ञान – भाग 2
📚 महाद्वीपीय अभिसरण, समानांतर प्लेटें, बर्हिजातीय क्रियाएं (Exogenic)
(With ✨Stickies + 📘Memory Tricks + 🔥MCQs)
🔷 1. महाद्वीपीय – महाद्वीपीय अभिसरण (Continental-Continental Convergence)
जब दो महाद्वीपीय प्लेटें टकराती हैं
📌 प्रक्रिया:
- कोई प्लेट दूसरे के नीचे नहीं जाती (No subduction)
- टकराव से → वलन होता है (Folding)
- बनते हैं → वलित पर्वत (Fold Mountains)
- उत्पन्न होता है → तीव्र भूकंप
📍उदाहरण:
- 🏔️ हिमालय पर्वत
- 🏔️ ज़ग्रोस पर्वत (ईरान)
🧠 Trick:
“Land + Land = Fold Grand”
(महाद्वीप + महाद्वीप = हिमालय जैसे विशाल पर्वत)
🔸 2. समानांतर प्लेट सीमा (Transform Boundary)
जब दो प्लेटें समानांतर दिशा में खिसकती हैं
📌 परिणाम:
- अत्यधिक घर्षण → तीव्र भूकंप
- ज्वालामुखी नहीं बनते
📍 उदाहरण:
- 🌍 San Andreas Fault (California)
- 🌍 North Anatolian Fault (Turkey)
🎯 Trick:
“Slide Side = Earthquake Ride”
🟩 3. बर्हिजातीय भूसंचलन (Exogenic Forces)
ये शक्तियाँ बाहरी स्रोतों (मुख्यतः सूर्य) से आती हैं ☀️
🔑 स्रोत:
- ☀️ सौर ताप (Solar Energy)
- 🌧️ वर्षा
- 💨 वायु
- ❄️ हिम
- 🌊 जल
📌 प्रमुख प्रक्रियाएँ:
प्रक्रियाअर्थअपक्षय (Weathering)चट्टानों का टूटनाअपरदन (Erosion)टूटे पदार्थ का बहावसंचयन (Deposition)जमा होनास्थानांतरण (Transportation)बहाव के द्वारा दूरी तय करना
🔶 अपक्षय (Weathering)
🧪 चट्टानों का टूटना + विघटन (In-situ)
(a) भौतिक अपक्षय (Mechanical Weathering):
- ताप, दाब में परिवर्तन → टूटना
उदाहरण:
- 🌡️ अपशलकन (Exfoliation):
- गर्मी में फैलना – रात में संकुचन → ऊपरी परत टूटना
- होता है शुष्क/गरम क्षेत्रों में
📌 Trick:
“Heat-Expand-Crack = Peel-Off Rock”
🌍 अपक्षय और अपरदन
📚 भू-आकृति विज्ञान का भाग
🔷 1. अपक्षय (Weathering)
परिभाषा:
चट्टानों का स्थानीय टूटना और विघटन, बिना स्थान परिवर्तन के।
प्रकार:
🟦 (a) भौतिक अपक्षय (Mechanical Weathering)
प्रकारविवरण🧱 (i) अपशलकन (Exfoliation)दाब और ताप के कारण चट्टान की सतही परतें टूटकर अलग हो जाती हैं🪨 (ii) कणकीय अपक्षय (Granular Weathering)चट्टान के गहरे रंग वाले कण अधिक सौर ताप अवशोषित कर फैलते हैं और फिर सिकुड़ते हैं, जिससे वे टूट जाते हैं❄️ (iii) तुषारी अपक्षय (Frost Weathering)अत्यधिक ठंडे क्षेत्रों में, दरारों में जमा हुआ पानी बर्फ बनता है → आयतन बढ़ने से दरारें चौड़ी होकर चट्टान को तोड़ देती हैं
🧠 Trick:
“Heat cracks it, Frost breaks it!”
🟨 (b) रासायनिक अपक्षय (Chemical Weathering)
- वायुमंडलीय गैसें (SO₂, CO₂) पानी में घुलकर अम्ल बनाती हैं
- ये अम्ल वर्षा के साथ गिरते हैं → अम्लीय वर्षा (Acid Rain)
- इससे चट्टानें विघटित होती हैं
📌 प्रमुख अम्ल:
- सल्फ्यूरिक अम्ल
- कार्बोनिक अम्ल
🟩 (c) जैविक अपक्षय (Biological Weathering)
- पेड़ों की जड़ें, जानवरों की बिल, जीवाणु → चट्टानों में दरारें बढ़ाते हैं
- काई, फंगस और लाइकेन भी रासायनिक अपघटन करते हैं
🔶 2. अपरदन (Erosion)
परिभाषा:
अपक्षयित पदार्थ का एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना
📌 मुख्य कारक:
- 🌊 जल (नदी, वर्षा)
- 🌬️ वायु
- ❄️ हिम (Glaciers)
📌 अपरदन के कारण भू-आकृतिक संरचनाओं का निर्माण होता है जैसे:
कारकनिर्मित संरचनानदीV-आकार घाटी, जलप्रपात, मेन्डर, डेल्टाहिमU-आकार घाटी, सर्क, मोरेनवायुयार्डैंग, मशरूम चट्टान, लूनिट
🌊 नदी, तटीय और भूमिगत स्थलाकृतियाँ
📚 भू-आकृति विज्ञान (Geomorphology)
🔷 1. नदी द्वारा निर्मित स्थलाकृतियाँ
स्थलाकृतिविवरणगार्ज (Gorge)नदी द्वारा कठोर चट्टानों को काटकर बनाई गई गहरी और संकरी घाटीकैन्यन (Canyon)गहरे, किन्तु समांतर किनारों वाली गहरी घाटियाँजलप्रपात (Waterfall)जब नदी मुलायम चट्टानों को काट देती है तो गहरा खड्ड बनता है — जल ऊँचाई से गिरता हैअवनमन कुंड (Plunge Pool)जलप्रपात के नीचे चट्टानों के घर्षण से बना गहरा गड्ढागोखुर झील (Ox-bow Lake)जब नदी का मेन्डर (घुमावदार पथ) कटकर अलग हो जाता हैनदी डेल्टानदी द्वारा सागर में निक्षेपण से बना तिकोना मैदान (जैसे गंगा-ब्रह्मपुत्र डेल्टा)रिवाइन/बीहड़असम्य तरीके से वर्षा जल के बहाव से कटाव वाली खड़ी भूमि (जैसे चंबल)
🔷 2. तटीय स्थलाकृतियाँ (Coastal Landforms)
स्थलाकृतिविवरणखड़ी चट्टान (Cliff)सागर की लहरों द्वारा तटीय चट्टानों को काटकर बनाई गई ऊँची दीवार जैसी संरचनासागरीय गुफा (Sea Cave)लहरों द्वारा चट्टानों को काटने से बनी गुफासागरीय मेहराब (Sea Arch)जब गुफा दोनों ओर से खुल जाती है, तो मेहराब का रूप ले लेती हैस्टंप और स्टैक (Stump & Stack)जब मेहराब की छत गिर जाती है तो बचते हैं खंभेनुमा अवशेषतरंग-निर्मित चबूतरे (Wave-cut Platforms)क्षैतिज अपरदन से समुद्र तल पर बना समतल क्षेत्रक्रीकतटीय भूमि के ऊपर उठने या समुद्री जल के पीछे हटने से बना संकीर्ण जलमार्ग
🔷 3. निक्षेपित तटीय स्थलाकृति
नामविवरणबीच (Beach)लहरों द्वारा रेत और कणों का जमा होनावैरियर (Barrier)समांतर रेतीली रेखा जो सागर जल को पीछे कर देती हैलैगून/अनूप झीलBarrier के अंदर फँसा समुद्री जल → बंद झील
🔷 4. भूमिगत स्थलाकृतियाँ (Underground Landforms)
(विशेषकर चूना पत्थर क्षेत्रों में)
नामविवरणअध घाटी (Subterranean Valley)धरातल के अंदर बनी हुई एक और से बंद, एक ओर खुली घाटीसिंकहोल (Sinkhole)धरातल पर बना जल से भरा गड्ढा, जो चूना पत्थर को घोल कर बनता हैस्टेलेक्टाइटगुफा की छत से लटकती हुई चूना पत्थर की संरचना (C for Ceiling = Stalactite)स्टेलेग्माइटगुफा की भूमि से ऊपर उठती हुई संरचना (G for Ground = Stalagmite)